स्कूल प्रिंसिपल संदेश

जीवन में कोई भी उपलब्धि अंतिम नहीं होती | यह अनंत होती है | व्यक्ति एक मिशन से दूसरे मिशन की ओर बढ़ता चला जाता है | कभी आपको सफलता प्राप्त हो जाती है , तो कभी नहीं होती , लेकिन आप अपने उद्योग में लगे रहते हैं और गिरते - चढ़ते आगे बढ़ते चले जाते हैं यही जीवन है |
विद्यालयी शिक्षा छात्रों के भविष्य की नींव रखती है और एक स्थिर, सफल और संतुष्ट जीवन सुनिश्चित करती है। केन्द्रीय विद्यालय विद्यार्थियों के जीवन के विभिन्न चरणों के महत्व से अच्छी तरह परिचित है और स्कूल की गतिविधियों द्वारा उनकी अंतर्निहित प्रतिभाओं की पहचान करने और उनका पोषण करने की योजना है। शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया मुख्य रूप से बच्चे को केंद्रित करती है और प्रत्येक व्यक्ति को अपने कैरियर के लिए तैयार करने और पर्याप्त जीवन कौशल प्राप्त करने का लक्ष्य रखती है। केन्द्रीय विद्यालय अच्छी तरह से सभी सुविधाओं और एक उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है, जो सुचारू शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया के लिए एक आदर्श और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है।
डॉ० अब्दुल कलाम ने विद्यार्थियों के लिए सन्देश के रूप में लिखा है कि
“सपना वो नही जो आप सोते समय देखते हैं , सपना वो है जो आपको सोने नही देता |”
विद्यार्थी जीवन प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति के जीवन का स्वर्ण काल होता है प्रत्येक विद्यार्थी उपजाऊ भूमि पर लहलहाती फसल के समान है , जिस पर प्रत्येक देश और समाज की आधारशिला निर्मित होती है | विद्यार्थी राष्ट्र के भविष्य निर्माता होते हैं |देश के विकास रुपी रथ के वाहक विद्यार्थी ही होते हैं | जिस देश के विद्यार्थी शारीरिक तथा मानसिक रूप से जितने मज़बूत होंगे उस देश का विकास रूपी रथ संसार की प्रगति रुपी दौड़ में उतनी ही तीव्र गति से आगे बढता है |